अपने जीवन में सफलता को पाने के लिए हर एक व्यक्ति प्रयास तो अवश्य करता है। कुछ व्यक्तियों को सफलता जल्दी मिल लाते हैं। तो कुछ व्यक्तियों के प्रयास कुछ देर में रंग लाते है। लेकिन कुछ व्यक्ति ऐसे भी होते हैं जिनके प्रयास कभी रंग नहीं लाते। वह अपने जीवन से निराश हो गए थे। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी लड़की की कहानी सुनाने वाले हैं। जिन्होंने अपने पहले प्रयास में ऐसा कारनामा कर दिखाया है। जिसको करने के लिए लोग अपने सालों-सालों तो प्रयास करते हैं। लेकिन फिर भी सफलता नहीं प्राप्त कर पाते हैं। उन्होंने अपने बचपन में अनेकों प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ा था लेकिन उन्होंने अपने जीवन में कभी हार नहीं मानी और उनके मां-बाप का कहना था कि वह बचपन से ही पढ़ाई लिखाई में अच्छी थी जिनके कारण हमने बचपन से ही सपना था कि वह बड़े होकर एक सरकारी और बड़ा अवसर बनेंगे और देश की सेवा करेंगे।
418वीं रैंक हासिल करें और IAS अधिकारी बनें
कड़ी मेहनत और लगन की बदौलत नागार्जुन ने साल 2018 में यूपीएससी की परीक्षा 418वीं रैंक के साथ पास की. हालांकि पहले प्रयास में उन्हें सफलता नहीं मिली, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और कड़ी तैयारी करते रहे। नतीजतन, दूसरे प्रयास में उन्हें यूपीएससी में सफलता मिली। उन्होंने हाल ही में आईएएस सृष्टि देशमुख से शादी की है .आर्थिक तंगी का सामना करते हुए, नागार्जुन ने यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण की, 418वीं रैंक हासिल की और एक आईएएस अधिकारी बन गए।
नागार्जुन का कहना है कि अगर सही रणनीति के साथ आप रोजाना 6 से 8 घंटे पढ़ाई के लिए लेते हैं, तो नौकरी के साथ भी इस परीक्षा को पास करना संभव है। वहीं नागार्जुन का कहना है कि यूपीएससी की तैयारी करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कोर्स जल्द से जल्द पूरा हो जाए. ताकि रिवीजन के लिए ज्यादा से ज्यादा समय मिल सके।
आज सृष्टि देशमुख अनेकों नौजवान अभ्यार्थियों के लिए प्रेरणा बन चुकी है। क्योंकि उन्होंने यूपीएससी कठिन परीक्षा को पहले प्रयास में ही सफल कर दिया। जो अनेकों नौजवान के लिए प्रेरणादाई हैं। वहां हमेशा अपने इंटरव्यू में अनेकों नौजवानों को प्रेरणा देती रहती है कि किस प्रकार से उन्हें अपने आने वाले एग्जाम के लिए तैयारी करते रहना चाहिए।