भारत देश में पुरानी समय से यह देखा गया है कि स्त्रियों की शादी बहुत कम उम्र में करा दी जाती थी वह आज के बाद नहीं है एक पौराणिक परंपरा से मानो लेकिन अब तो याद आ जाता है कि धीरे-धीरे खत्म हो रही है लेकिन कुछ पुरानी मानसिकता वाले लोग अभी भी देश में मौजूद हैं जो कि ऐसे कदम लेते हैं। ऐसी घटनाएं ज्यादातर गांव में देखी जाती है।
आज भी ऐसे कई जगह में गांव मौजूद है जहां पर लड़कियों के पढ़ने पर पाबंदी लगाई जाती है और उनकी कम उम्र में शादी करा दी जाती है जिससे कि उन्हें कम उम्र में ही करें गृहस्ती जिम्मेदारियों के बोझ तले डाल दिया जाता है और उनके सपने को पूरा करने के लिए उनके पास कोई मौका नहीं होता लेकिन आज हम आपको एक ऐसी घटना के बारे में बताने वाले हैं जहां पर लड़की के मन में इतना कर गुजरने का जज्बा था कि उसने किसी भी मोड़ पर हार नहीं मानी और अपने सपने को हासिल कर दिखाया। उनकी 17 वर्ष की उम्र में ही 27 वर्षीय युवक के साथ शादी करा दी गई थी और उनके जीवन की और उनके हाथ बांध दी गई है लेकिन उन्होंने कुछ समय बाद उसे तलाक ले लिया . तलाक लेने के बाद उन्हें जीवन में अनेकों प्रकार के कष्ट उठाने पड़े और उन्हें अपने सगे संबंधियों से ताने भी सुननी पड़े लेकिन उन्होंने उसकी जगह से भी फिक्र ना करें और अपने सपने की ओर आगे बढ़ती रही। और अपने जीवन को अलग से अपन करने लगी रात दिन अपनी पढ़ाई करने में बिताती थी जिसका नतीजा है कि उन्होंने अपने पदों पर याद में सत्र भी रहेगा चलकर कैटेगरी में उनकी इसीलिए कहते हैं कि जब कुछ कर गुजरने की चाह में हो तो किस्मत भी आपको मंजिल तक ले जाती है कुछ ऐसा ही देखने को मिला इन के मामले में भी आज वह अनेकों नौजवान लड़कियों के लिए प्रेरणा है।