चुवाड़ी के अक्षित पठानिया और परागपुर के आदित्‍य बने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट, जानिए इनके सफलता की कहानी !

कहा जाता है कि कड़ी मेहनत और लगन से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। अक्षित पठानिया ने लगन और मेहनत से अपने लक्ष्य को हासिल किया है। एनएच शाहपुर सर्कल के अरुण पठानिया के बेटे अक्षत सेना में अफसर बने हैं।

 

शाहपुर, संचार सहायक। कहा जाता है कि कड़ी मेहनत और लगन से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। यही अक्षित पठानिया ने सच दिखाया है। उन्होंने लगन और मेहनत से अपने लक्ष्य को हासिल किया है। एनएच शाहपुर सर्कल के अरुण पठानिया के बेटे अक्षत सेना में अफसर बने हैं। अक्षित पठानिया मूल रूप से चंबा जिले के चुवारी के रहने वाले हैं। उन्हें आईएमए पासिंग परेड में लेफ्टिनेंट का कमीशन मिला है। अक्षित की इस उपलब्धि से उसके माता-पिता और क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई है।

 

अक्षत के पिता अरुण पठानिया एनएच सर्किल शाहपुर में एसई के पद पर कार्यरत हैं, जबकि उनकी मां सुधा केंद्रीय विद्यालय बनीखेत में शिक्षिका हैं। अक्षित के भाई संचित पठानिया भारतीय वायु सेना में फाइटर पायलट हैं। अक्षित ने 10वीं तक डलहौजी स्कूल में पढ़ाई की, जबकि डीएवी स्कूल चंडीगढ़ से 12वीं करने के बाद उन्होंने एसआरएम चेन्नई से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया। इसके बाद अक्षित ने एसएसबी की परीक्षा पास की और इंडियन मिलिट्री एकेडमी, देहरादून में प्रवेश लिया। अकादमी की शनिवार को हुई पासिंग आउट परेड के बाद अक्षित भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं। इसका श्रेय उन्होंने माता-पिता और शिक्षकों को दिया है।

 

सेना में लेफ्टिनेंट बने परागपुर गढ़ के आदित्य पटियाल

 

 

ढलियारा। परागपुर के आदित्य पटियाल ने कहा कि मेहनत, लगन और निष्ठा हो तो कठिन से कठिन मंजिल को भी जीता जा सकता है। परागपुर के गढ़ गांव के आदित्य पटियाल भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं। जिससे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। जहां आदित्य पटियाल के लेफ्टिनेंट बनने पर पूरे गांव को गर्व है। आईएमए देहरादून में पासिंग आउट परेड में भाग लिया। आदित्य पटियाल के पिता ने सीमा सुरक्षा बल में सहायक कमांडेंट के रूप में भी काम किया है और वर्तमान में ढलियारा कॉलेज के प्रिंसिपल के रूप में कार्यरत हैं। आदित्य की दसवीं तक की शिक्षा सीक्रेट हार्ट स्कूल धर्मशाला में हुई। जबकि सेंट स्टीफंस चंडीगढ़ में दस प्लस टू नॉन-मेडिकल और फिर 2017 में एसएसबी इलाहाबाद और एनडीए खडकवासला पुणे से तीन साल में बीएससी कंप्यूटर साइंस, जेएनयू से डिग्री फिर आईएमए देहरादून में प्रवेश लिया। आदित्य पटियाल पासिंग आउट परेड में हिस्सा लेकर लेफ्टिनेंट बने हैं।

 

आदित्य पटियाल अब 19 गढ़वाल राइफल्स में अपनी सेवाएं देंगे। आदित्य पटियाल के पिता वर्तमान में धलियारा कॉलेज में प्राचार्य के पद पर कार्यरत हैं। जबकि मां कविता गृहिणी हैं और एक छोटा भाई पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में बीटेक कर रहा है और सेना में सेवा देना चाहता है। जिसके लिए वह हर संभव प्रयास कर रहे हैं। आदित्य पटियाल ने अपनी सफलता का श्रेय अपने शिक्षकों और माता-पिता को दिया।