दहेज का मामला एक बार फिर आया हरियाणा में, एक चपड़ासी ने मांगी दहेज में “फॉर्च्यूनर कार”, गरीब परिवार ने किया

भारत देश में पुरानी समय से दहेज एक ऐसी परंपरा है जो चली आ रही है लेकिन धीरे-धीरे कर कर सरकार ने इस पर रोक लगानी शुरू कर दी है और अब ऐसे मामले भी है विक्रम देखे जाते हैं लेकिन अभी भी कई गांव और कई जगह ऐसी है जहां पर अभी भी दहेज की परंपरा खुलेआम चलती है और गरीब इस बोझ तले दबकर रह जाता है और ना चाह कर भी दहेज देने को मजबूर रहता है समाज में।आज का ताजा मामला आया है हरियाणा से इलाहाबाद की एक चपरासी ने दहेज में फॉर्च्यूनर कारवाही इससे पहले भी एक एसआई का मामला भी वहां पर सामने आ चुका था लेकिन यह दूसरा मामला है जहां पर एक चपरासी ने फॉर्च्यूनर कार रहे हैं मांगी जिसके चलते वहां पर काफी बखेड़ा खड़ा हो गया और देखते ही देखते हैं बात सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और काफी सवाल जवाब होने शुरू हो गए।

यह मामला फरीदाबाद के बल्लभगढ़ का है जहां कृ़षि विभाग में चपरासी के पद पर कार्यरत युवक विशाल ने शादी से कुछ दिन पहले लड़की वालों को फोन कर फॉर्च्यूनर गाड़ी और कैश की डिमांड की।असल में यह पूरा मामला है हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के गांवों धनौदा का है जहां पर एक युवक द्वारा दहेज मांगने का सिलसिला और कितना काफी वायरल हो गया और लोगों की जुबां पर चढ़ गया जो कि लड़का आप पोस्ट में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात है और उनकी शादी गांव अकोदी में फिक्स करी गई थी। लेकिन यहां मामला दहेज को लेकर काफी चर्चा में है लड़के ने अपनी होने वाली धर्मपत्नी से फोन पर दहेज में आल्टो की जगह क्रेटा गाड़ी और इसके साथ ही बढ़िया सामान दहेज में देनी की गुजारिश करी या फिर कह सकते हैं की मांग करें इसके बाद वर वधू पक्ष के घर बरात लेकर नहीं पहुंचे और यहां शादी नहीं हो सकी क्योंकि मामला पूरा दहेज पर आकर रुक गया और इसी के कारण यहां पूरा मामला इतनी ज्यादा चर्चा का विषय बन गया।