महिला “कॉन्स्टेबल 9 महीने से थी लापता” बेच रही थी वृंदावन में फूल ,कहा बड़े अफसरों ने किया था परेशान

कभी-कभी जब आप अपने जीवन में अच्छे मुकाम पर पहुंच जाते हो तो उसके बाद भी आपके सामने कुछ ऐसी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है उसके बारे में आप कभी सोच भी नहीं सकते उन में से सबसे ज्यादा दिक्कत है लड़की के सामने आती है क्योंकि समाज में उन्हें पहले अपने हक के लिए लड़ना पड़ता है उसके बाद अपने हक को हासिल करने के बाद समाज से भी लड़ना पड़ता है क्योंकि कहीं नहीं तो महिलाओं पर तुरंत किया जाता है लेकिन बहुत सी महिलाएं ऐसी होती हैं जो उसका जवाब देती हैं तो बहुत सी महिलाएं ऐसी होती है उससे भागने की कोशिश कर देंगे लेकिन आज आप सभी लोगों को एक ऐसी महिला की कहानी सुनाने वाले हैं जिन्होंने अपने बड़े अफसरों से परेशान होकर अपने जीवन से तंग आ गई और सब कुछ छोड़ छाड़ कर एक छोटे से शहर में जाकर फूल बेचने का कार्य शुरू कर दिया लोगों ने उन्हें बहुत ढूंढने की कोशिश करी लेकिन वहां उनको नहीं मिली लेकिन जब वह मिली तो लोगों के होश उड़ गए।

पुलिस के मुताबिक अंजना साहिस पहले रायगढ़ में तैनात थीं। उनका 9 माह पूर्व रायपुर पुलिस मुख्यालय में तबादला किया गया था। अंजना सीआईडी में तैनात थीं। इसी बीच एक दिन वह अचानक गायब हो गई। अंजना ने जाने से पहले परिवार या विभाग को कोई जानकारी नहीं दी।जाने से पहले अंजना रायपुर के महावीर नगर में अपने परिवार के साथ रह रही थी.इस बीच 21 अगस्त को अंजना की मां ने बेटी के खोने की शिकायत राजेंद्र नगर थाने में दर्ज कराई. इसके बाद पुलिस ने अंजना की तलाश शुरू की

राजेंद्र नगर थाना प्रभारी विशाल कुजूर ने मीडिया को बताया कि गुमशुदगी की रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस लगातार अंजना का पता लगाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन उसके पास कोई मोबाइल नंबर नहीं था. जांच के दौरान पुलिस को उसके बैंक खाते की जानकारी मिली। बैंक लेनदेन से पता चला कि यह वृंदावन के कुछ एटीएम से किया गया था।पुलिस ने जब तलाशी ली तो उन्हें वृंदावन में एक मंदिर के बाहर फूल बेचे जा रहे थे।

युवती ने इतनी बड़ी पोस्ट में तैनात होने के बाद ऐसा कदम उठाया जिसके लिए लोगों को काफी दुविधा में है। सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक तत्कालीन उनके अधिकारी यूपीएस चौहान ने उन्हें प्रताड़ित किया था। जिसके चलते उन्होंने यह कदम उठाया।