समुंदर के लगभग 2000 फीट नीचे दिखा अद्भुत जीव “मछली है या एलियन” बिलकुल पारदर्शी सिर , 360 डिग्री आंखें घूमती जिसकी

अक्सर पूरे विश्व में जब भी कोई अजीबो गरीब जानवर या फिर वस्तु देखी जाती है तो उसकी तुलना एलियन से करी जाती है क्योंकि जिस वस्तु या फिर प्राणी का आकलन करना मुश्किल हो जाए उसे एलियन से तुलना करना सर्वप्रथम कर दिया गया है लेकिन आज हम आप सभी लोगों को एक ऐसे ही जीत के बारे में बताने वाले हैं जो कि समुद्र के धरातल में दिखा और लोग जिसे देखकर अचंभित हो गए और समझ ना पाए कि आखिर यह है क्या?

अब एक मछली को ‘एलियन’ कहा जा रहा जो कैलिफ़ोर्निया के तट पर समुद्र से लगभग 2,000 फीट नीचे रहती है। दरअसल मछली का सिर पारदर्शी है जो उसकी चमकती आँखों को उजागर करता है। गहरे समुद्र में रहने वाले इस जीव को ‘बैरेली मछली’ कहा जाता है। मोंटेरे बे एक्वेरियम रिसर्च इंस्टीट्यूट ने अपने रिमोट-ऑपरेटेड व्हीकल (आरओवी) का इस्तेमाल करके गहरे समुद्र में रहने वाले इस जीव को देखा है।

इसके साथ ही जिस में देखा जा रहा है कि 27600 घंटों से अधिक का वीडियो रिकॉर्ड किया गया है जिसकी बुनियाद पर यहां सभी बातें कही जा रही हैं फिर भी हमने केवल 9 बार इस मछली का सामना किया और देखकर अचंभित रह गए कि आखिर यह किस प्रकार का जीव है इस मछली की आंखें इसके चेहरे के पीछे दो चमकते हरे रंग के गोले हैं जो की बहुत ही ज्यादा अद्भुत प्रकार का संरक्षण है जो इसके पारदर्शी सिर के ऊपर से देखे जा सकते हैं इसकी आंखें भोजन की तलाश में अपने ऊपर और आगे के दोनों दिशाओं में देख सकती है जो कि काफी अद्भुत है और अकल्पनीय हैं।

https://youtu.be/Akv36y8WLYA

अभी पिछले हफ्ते ही कैलिफोर्निया के तरफ से केवल कुछ ही मीटर की दूरी पर रचेल कार्सन के नेतृत्व में एक अभियान के दौरान इस अद्भुत नजारे को देखने का अवसर मिला इस दौरान यहां बरेली मछली देखी गई थी और उसके बाद से ही यहां सभी बातें शुरू हुई लेकिन पहली बारिश की खोज सन 1939 में करी गई थी।

इसका ज्यादातर शरीर काला होता है जिसकी वजह से इसे अंधेरे में देख पाना काफी मुश्किल होता है फिर पारदर्शी होता है जिसमें इसकी आंखें साफ तौर पर देखी जा सकती है और लोग इसे देखने के बाद काफी डर भी जाते हैं।महान जी विशेषज्ञों के द्वारा दी गई रिपोर्ट में बताया गया कि मछली ने अपने आसपास कठोर वातावरण के परिणाम स्वरूप देखने की शक्तिशाली क्षमता दीक्षित करी है जिसकी वजह से वह अति गंभीर स्थिति में भी देखने के लिए सक्षम है जहां सूरज की रोशनी नहीं पहुंच पाती वहां ऐसी स्थिति में भी आसानी से देख सकती है और शिकार कर सकती है।