दोस्तों आज हम आपको बताएंगे कैसे एक बिन माता पिता के लड़के कैसे अपनी गरीबी को पीछे छोड़ समाज में अपनी पहचान बनायीं है। चेतन चावला राजस्थान के बूंदी जिले में रहते है। दोस्तों NEET की परीक्षा में बहुत ज्यादा परिश्रम के बाद उन्होंने अपनी म्हणत से यह परीक्षा पास करी और गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेकर MBBS की पढ़ाई करने वाले है।
चेतन के ST कैटेगिरी में #276 रैंक आयी हैं, और उन्होंने 720 में से 610 नंबर हासिल किये है। चेतन अपनी इस सफलता से काफी ज्यादा खुश है, लेकिन दोस्तों अगर ख़ुशी के पलोह में अगर आपके माता पिता साथ न हो तो आप उन्हें याद तो ज़रूर करेंगे। ऐसा ही कुछ हाल चेतन का था क्युकी, चार सा पहले उसके पिताजी कनहिया राण का दिहांत एक दुर्घटना में हो गयी थी और माताजी ममतेश बाई का दिहांत किसी बिमारी के कारन हो गया था।
माता पिता के जाने के बाद चेतन को उसके चाचा जी गजेंद्र ने पाला पोसा और उनको अपने सपने पूरे करने में काफी ज्यादा मदद करी। चेतन का एक बड़ा भाई और एक छोटी बहन है, उनका भाई ऑटो चलता है और बहन अपने दादा दादी के साथ में रहती है। चेतन के डॉक्टर बनने के सपने का जब उसके चाचा को पता चला तो उन्होंने उसे मेडिकल की पढ़ाई के लिए कोटा भेज दिया जहा वह कोचिंग ले सके।
कोटा में उन्होंने एलन कोचिंग संस्थान में पढ़ाई करी, उधर की प्रबंधक टीम ने चेतन की स्तिथि और मेहनत देख उनकी फीस आधी माफ़ कर दी जिससे की उन्हें कुछ मदद भी मिले। चेतन के जीवन में उनके चाचा ही नहीं बल्कि कोटा के विद्यार्थियों, टीचर्स, और इनके आस पड़ोस के लोगो का भी बड़ा हाथ है क्युकी सबने आगे बाद चढ़ कर चेतन की समय समय पर मदद करी जिसकी वजह से चेतन अपनी पढ़ाई कर सका और NEET परीक्षा में सफल हुआ। हम भी अब यही चाहेंगे की चेतन एक अच्छे डॉक्टर बने और अपने देश की पुरे मैं से सेवा करे।