आज हम आपको बताने जा रहे हैं, आईएएस प्रीती हुड्डा की कहानी, जो पिता का सपना पूरा करने के लिए बन गयी आईएएस| प्रीती के पिता हमेशा से चाहते थे की उनकी बेटी आईएएस बने, बस फिर क्या था, पिता का यह सपना पूरा करने के लिए प्रीती भी दिन रात मेहनत में जुट गयी| प्रीती की मेहनत रंग लायी, और उन्होंने अपने पिता का सपना साकार कर दिया| आइये जानते हैं आईएएस प्रीती हूडा की कहानी, और उनकी तैयारी के पीछे की रणनीति|
बस ड्राइवर की बेटी बनी आईएएस, पिता का सपना किया पूरा, ऐसे दी पिता को खुशखबरी
आपको बता दें की प्रीती के पिता डीटीसी में बस ड्राईवर हैं| यह उनके पिता का ही सपना था, जिसको पाने के लिए प्रीती ने दिन रात एक कर दिया, और आईएएस बन अपने पिता का सिर गर्व से ऊँचा कर दिया| उस वक़्त प्रीती के पिता बस चला रहे थे, जिस वक़्त प्रीती ने उनको यह खुशखबरी दी, और कहा – पापा में पास हो गयी|
प्रीती ने अपने बारहवीं की पढ़ाई के बाद दिल्ली में लक्ष्मी बाई कॉलेज से हिंदी में ग्रेजुएशन किया| इसके बाद उन्होंने जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से हिंदी में एम्.फिल. और पी.एच.डी. की| इसके बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की| प्रीती ने अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए बिलकुल कसार नहीं छोड़ी, और उन्हें गौरवान्वित करके ही दम लिया|
कैसे की प्रीती ने यूपीएससी की तैयारी शुरू
प्रीती बताती हैं की उन्होंने अपने आप को किसी कमरे में बंद रखकर या 10 घंटे पढ़ाई करके यह मुकाम हासिल नहीं किया| प्रीती ने अपने आप को शांत रखा, वह सबसे मिली जुली भी, दोस्तों के साथ फिल्म देखने भी गयी| इस तरीके ने उनको हमेशा एक नयी ऊर्जा दी|
प्रीती की परीक्षा की सबसे दिलचस्प बात यह है की, उन्होंने अपनी परीक्षा की पूरी तैयारी हिंदी भाषा में की, और परीक्षा लिखी भी हिंदी भाषा में| यहां तक की प्रीती ने अपना इंटरव्यू भी हिंदी भाषा में ही दिया| प्रीती बताती हैं की इससे फर्क नहीं पड़ता, की आप किस भाषा में अपनी परीक्षा दे रहे हो, बल्कि आप जिस भी भाषा में बोलो, पूरे आत्म विश्वास के साथ बोलो, और सही चीज़ बोलो|
अपने परिवार में इतनी पढ़ाई करने वाली प्रीती पहली व्यक्ति हैं| और जिस तरह से उन्होंने अपने पिता का सपना पूरा किया है, वह सभी के लिए एक मिसाल बन गयी हैं|