टोक्यो ओलंपिक में आखिरी दम तक दौड़ती रही उत्तर प्रदेश की ये बेटी, पर नहीं ला पायी पदक

आज शुक्रवार को टोक्यो ओलंपिक में 20 किलोमीटर पैदल चाल स्पर्धा में इंटरनेशनल एथलीट प्रियंका गोस्वामी 17वें नबंर पर रहीं। हालाँकि प्रियंका देश के लिए पदक नहीं ला पायी, लेकिन जो हिम्मत उन्होंने आखिरी तक दिखाई वह प्रशंसनीय है| उनका यही जज़्बा देखकर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें ढेरों ढेरों बधाइयां दी|

नहीं मानी हार और आखिरी दम तक दौड़ी प्रियंका

प्रियंका ने अपने आखिरी दम तक हार नहीं मानी और वह जाबाज़ों की तरह दौड़ती रही| हालाँकि प्रियंका देश को पदक नहीं दिला पायी, लेकिन कोई इस बात से निराश नहीं है, क्योंकि जो हिम्मत प्रियंका ने आज के मैच में आखिर तक बांध कर रखी वह प्रशंसनीय है| हारना जीतना तो हर खेल में लगा ही रहता है, पर जो सबसे बड़ी चीज़ होती है वह है हिम्मत के साथ आखिरी तक खेल में टिके रहना| और यही जज़्बा दिखाकर आज प्रियंका सबके लिए एक मिसाल बन गयी|

प्रियंका के पिता ने बताया कि उनकी बेटी पिछले छह महीने से टोक्यो ओलम्पिक की तैयारी कर रही थी| बेटी को आज आखिर तक खेलते देखने के बाद आज उनके पिता बहुत खुश थे और अपनी बेटी के जज़्बे को सराह रहे थे| यही कारण है की पदक न मिलने के बाद भी कोई निराश नहीं है, बल्कि सभी भारत की इस बेटी को शुभकामनाएं दे रहे हैं|

प्रियंका के घर में चल रही थी उनकी जीत के लिए पूजा अर्चना

बता दें कि प्रियंका गोस्वामी और उनके परिवार वाले लड्डू गोपाल को बहुत मानते हैं वा हर शुभ कार्य में उन्हें साथ रखते हैं| आज प्रियंका के घर पर पूजा अर्चना के साथ लाइव प्रसारण देखा गया। पिता मदनपाल गोस्वामी ने बताया कि प्रियंका खेलों के दौरान लड्डू गोपाल की मूर्ति साथ रखती हैं। ओलंपिक क्वालीफाई करने के बाद प्रियंका की लड्डू गोपाल के साथ फोटो खूब वायरल भी हुई थी।

टोक्यो ओलंपिक में भले ही प्रियंका पदक लेने से चूक गई हों, लेकिन आज के मैच में उनका प्रदर्शन देखकर कोई भी दुखी नहीं है, हालाँकि मैच खत्म होने के बाद जब प्रियंका ने अपने घर में वीडियो कॉल कर सबसे बात की तो वो थोड़ा मायूस दिखी, लेकिन उनके परिवार वा उनके पड़ोसियों ने उनका सहस बढ़ाया, और उन्हें अच्छा प्रदर्शन करने पर बहुत बहुत शुभकामनाएं दी| सभी ने तालियां बजाकर उनकी हिम्मत को सराहा वा उन्हें ढेरों ढेरों आशीष दिए| इसके बाद प्रियंका की हिम्मत वापिस बंधी और उनके चेहरे पर मुस्कान आयी|