रोहित शर्मा और मयंक अग्रवाल की दोस्ती कर रही है भारतीय टीम का नुकसान।

भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का मयंक अग्रवाल के प्रति मोह किसी से छुपा नहीं है। बार-बार मयंक अग्रवाल के अच्छा ना खेलने के बावजूद टीम में उनको ओपनिंग बल्लेबाज के रूप में उतारा जा रहा है। ऐसे में भारत के लिए ओपनिंग करने वाले एक बल्लेबाज का करियर तबाह होने की कगार पर है। कप्तान रोहित शर्मा और मयंक अग्रवाल की जोड़ी एक अच्छी ओपनिंग जोड़ी है इस बात मे कोई शक नहीं है लेकीन पीछले वेटिंडेज दौरे पर ये कॉम्बिमेशन बिलकुल फ्लॉप साबित हुआ था। भारतीय टीम का हिस्सा रहे शुभमन गिल मौजूदा समय में टीम से बाहर हैं। शुभमन गिल ने अब तक अपने 10 टेस्ट मैचों में 500 रन बनाए हैं। इसके बाद भी शुभमन गिल टीम से बाहर हैं। इस ओर कप्तान रोहित शर्मा का ध्यान नहीं जा रहा है। कप्तान बार-बार असफल बल्लेबाज से लगातार ओपनिंग करा रहे हैं।

कैसा रहा है शुभमन गिल का करियर?

शुभमन गिल सभी फार्मेटों की क्रिकेट खेलते हैं। टी 20 मैचों में बेहतरीन खेल के लिए जाने जाते हैं। आईपीएल में उनका अब तक शानदार प्रदर्शन रहा है। उन्होंने 58 मैच में 1417 रन बनाए हैं। उनका औसत 31.49 का है। इन तमाम वजहों के बाद भी कप्तान को यह खिलाड़ी नहीं दिख रहा हैै। इससे शुभमन गिल का करियर सामप्त होने की ओर बढ़ रहा है।उन्होंने आईसीसी अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्डकप 2018 में शानदार प्रदर्शन करके नाम कमाया था। उन्होंने टूर्नामेंट में 372 रन बनाए थे। उन्होंने प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट ट्रॉफी हासिल की और वर्ल्डकप में शामिल भी हुए। दर्शकों और जो लोग क्रिकेट खेल को अच्छी तरह से समझते है उनका भी यही मानना है की रोहित शर्मा कप्तान की तरह ना सोचकर अपनी दोस्ती को खेल से उपर रख रहे है।

क्यू बेहतर है शुबमन गिल मयंक अग्रवाल से?

क्रिकेट प्रेमियों यानी की क्रिकेट दर्शकों का यह मानना है की अब खेल के मैदान में भी राजनीति देखने को मिल रही है और सभी इसी बात से आश्चर्चकित है की इतनी बड़ी जिम्मेदारी होने के बावजूद रोहित शर्मा बचकानी हरकत कैसे कर सकते है क्युकी आखिरकार बच्चा बच्चा भी यह देख पा रहे है और समझ पा रहा है की शुभम गिल मयंक अग्रवाल से ज्यादा अच्छे खिलाड़ी है और खेल के मैदान में शुभम का ही प्रदर्शन उनसे ज्यादा बेहतर रहा है।उन्होंने विदर्भ के खिलाफ 25 फरवरी 2017 को लिस्ट-ए में पदार्पण किया। उनके प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर की शुरुआत 27 नवंबर 2017 को पंजाब रणजी टीम के सदस्य के रूप में हुई। उन्होंने पहले मैच में अर्धशतक और दूसरे मैच में बंगाल के खिलाफ 129 रन बनाए थे।अंडर -19 भारतीय क्रिकेटर टीम के लिए उनका अंतरराष्ट्रीय डेब्यू 17 साल की उम्र में इंग्लैंड की अंडर-19 टीम के खिलाफ हुआ था, जहां उन्होंने लगातार दो शतक जड़े थे।