आमिर खान इन दिनों ‘लाल सिंह चड्ढा’ को लेकर चर्चा में हैं। साल 2018 के बाद अब उनकी एक फिल्म रिलीज होने जा रही है. एक तरफ उनके फैंस उत्साहित हैं। वहीं आमिर भी विवादों में घिरे हुए हैं. उनकी फिल्म का बहिष्कार करने की मांग की जा रही है। इस वजह से देश को लेकर विवादित बयान दिए गए। खैर, इसके अलावा हम आपको कुछ और बताने जा रहे हैं। कुछ ऐसा जिसे जानकर शायद आप आमिर की ‘मि. परफेक्शनिस्ट’ आपके दिमाग और दिल से। कुछ ऐसा जानकर कि आप ठगा हुआ महसूस कर रहे होंगे।
मिस्टर परफेक्शनिस्ट की कई फिल्में हैं हॉलीवुड की कॉपी
साल में एक ही फिल्म करने वाले आमिर ने हर सीन में जान डाल दी और हर काम को पूरे जोश के साथ पूरा किया, आमिर ने जितनी भी फिल्में की हैं, उनमें से ज्यादातर ऑरिजनल नहीं हैं! इनमें से कई हॉलीवुड की अनौपचारिक हिंदी रीमेक हैं, जबकि कुछ वहां की फिल्मों से प्रेरित हैं। इतना ही नहीं आमिर को यह भी लगता है कि वह अभिनेता टॉम हैंक्स की बहुत नकल करते हैं। जहां बॉलीवुड पर साउथ की फिल्मों की नकल करने का आरोप लगा है, एक या दो नहीं, बल्कि बॉलीवुड अभिनेता आमिर की 12 फिल्में पूरी तरह से हॉलीवुड की नकल हैं। आइए जानते हैं इन फिल्मों के बारे में।
दिल है की मानता नहीं
इसका निर्देशन महेश भट्ट ने किया था। इसमें आमिर खान के साथ उनकी बेटी पूजा भट्ट नजर आ रही थीं. यह फिल्म 1934 की हॉलीवुड फिल्म इट हैपन्ड वन नाइट की एक अनौपचारिक हिंदी रीमेक थी।
जो जीता वही सिकंदर
यह उन फिल्मों में से एक थी जिसने आमिर खान के करियर को बनाया। इस दर्शकों को खूब प्यार मिला। यह हॉलीवुड फिल्म ब्रेकिंग अवे से प्रेरित थी, जो 1979 में रिलीज़ हुई थी। इसके हिंदी रीमेक का निर्देशन मंसूर खान ने किया था और इसमें दीपक तिजोरी, आयशा जुल्का और पूजा बेदी ने अभिनय किया था।
हम हैं राही प्यार के
इस फिल्म की पटकथा आमिर खान ने लिखी थी और फिल्म का निर्देशन महेश भट्ट ने किया था। यह 1958 की हॉलीवुड फिल्म हाउस बोट की अनौपचारिक हिंदी रीमेक थी। इसमें जूही चावला ने अभिनय किया और कुणाल खेमू को एक बाल कलाकार के रूप में देखा गया।
बाज़ी
फिल्म का निर्देशन आशुतोष गोवारिकर ने किया था। यह हॉलीवुड की हिट फिल्म डाई हार्ड से प्रेरित थी। इसमें ममता कुलकर्णी, परेश रावल, आशीष विद्यार्थी और मुकेश ऋषि नजर आए।
अकेले हम अकेले तुम
ऐसा लगता है कि 1995 हॉलीवुड रीमेक का वर्ष था। आमिर खान की ‘मैं अकेला हूँ, तुम अकेले हो’ यह 1979 की अकादमी पुरस्कार विजेता फिल्म क्रेमर बनाम क्रेमर की अनौपचारिक हिंदी रीमेक थी। इसमें मनीषा कोइराला भी थीं।
गजनी
इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कई रिकॉर्ड तोड़े। करोड़ों की कमाई की थी। फिल्म में असिन, जिया खान और प्रदीप रावत जैसे सितारे थे। यह क्रिस्टोफर नोलन के मेमेंटो से प्रेरित इसी नाम की तमिल फिल्म का हिंदी रीमेक था।
90 के दशक में आमिर खान एक साल में कई फिल्में किया करते थे, लेकिन 2000 के बाद उन्होंने फैसला किया कि वह साल में एक ही फिल्म करेंगे, लेकिन उसमें जान फूंक देंगे। आमिर के लिए यह फैसला सही निकला, क्योंकि उन्होंने ‘गजनी’, ‘धूम 3’, ‘रंग दे बसंती’, ‘पीके’, ‘3 इडियट्स’ और ‘दंगल’ जैसी फिल्में दीं। लेकिन आमिर को ‘आमिर खान’ बनाने का श्रेय बॉलीवुड को नहीं बल्कि हॉलीवुड को जाता है, क्योंकि उनकी कई फिल्में हॉलीवुड फिल्मों की कॉपी होती हैं।