आप सभी लोगों ने अपने जीवन में एक एक न एक बार कोई ऐसी कहानी तो सुनी होगी। जिसके ऊपर आपको बिल्कुल भी विश्वास नहीं हुआ होगा ,लेकिन ऐसी कहानियां सचमुच होती हैं और आप को ना चाहते हुए भी उन पर विश्वास करना पड़ा होगा। कुछ इसी प्रकार की कहानी आज हम आप सभी लोगों को सुनाने वाले हैं। जिसमें लोगों को अपने क्रेडिट कार्ड से भुगतान करने को रिवॉर्ड पॉइंट और कोई डिस्काउंट आदि मिलना आम बात है। लेकिन इस वक्त इस तरीके से उसके इतना ज्यादा धन अर्जित कर दिया जिसके बारे में आप कभी सोच भी नहीं सकते।
कैशबैक के जरिए आते रहे पैसे
हम आप सभी लोगों को बता देते हैं क्योंकि उनके कमाई का मूलभूत साधन क्या था और आखिर वह क्या प्रक्रिया थी, जिसकी वजह से उन्होंने इतना सारा धन अर्जित कर दिया। उनकी कमाई को इस तरह से देखें 5% कैश बैक के हिसाब से प्रत्येक 1000 डॉलर के “खर्च” से 50 डॉलर की कमाई होती। जब आप लाखों डॉलर खर्च करते हैं और फिर बिलों का भुगतान करने के लिए इसे वापस कैश में कंवर्ट करते हैं, तो यह आपका फायदा बन जाता है। भले ही आपको एक लेनदेन पर 5-10 डॉलर की कमाई हो।
मीडिया में आ रही रिपोर्ट के अनुसार कॉन्स्टेंटिन अनिकेत क्रेडिट कार्ड से कमाई करने में काफी ज्यादा रुचि रखते थे। उन्होंने अपने जीवन में सन 2009 से क्रेडिट कार्ड से कमाई करने के क्षेत्रों पर ध्यान देना शुरू कर दिया था। शुरुआत में कम दिलचस्पी के साथ शुरू किया , लेकिन जैसे-जैसे उन्हें इसमें रूचि बढ़ती रही वह इस काम के लिए और ज्यादा अग्रसर होते रहे। इस कार्य से उन्हें इतनी अच्छी कमाई भी होने लगी की उन्होंने इस कॉन्टेस्ट में प्राइज जीतने के लिए नई नई तरीके का उपयोग करने लगे।
उन्होंने अपने क्रेडिट कार्ड से बड़ी संख्या में गिफ्ट खरीदने शुरू कर दिए थे और यह सिलसिला आगे बढ़ता ही चला गया। उसके बाद उन्होंने अपने पैसों को अपने बैंक खाते में जमा कर देते थे और क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान कर देते थे। जिससे कि उन्हें काफी ज्यादा मुनाफा होता था। इसी प्रक्रिया को बार-बार दोहराकर उनके कमाई का जरिया बन गया। वह इस कार्य को काफी दिलचस्पी से करते थे।
इस तरीके से कमा लिया करोड़ों
हम आप सभी लोगों को बता देना चाहते हैं कि कई वर्षों में, कॉन्स्टेंटिन ने इस ट्रिक को दोहराते हुए 300,000 डॉलर (लगभग 2.17 करोड़ रुपये) कमाए। यह कोई छोटी मोटी राशि नहीं है और इसी बीच उनकी आय में तेजी से बढ़ते देख ,किसी ने चोरी छुपे अमेरिका टैक्स डिपार्टमेंट में उनकी चोरी करने की रिपोर्ट कर दी गई। जिसके बाद जब उनके ऊपर जांच कमेटी बैठाई गई तो मामले को अदालत ने भेजा गया। लेकिन जब पूरे मामले की जांच पड़ताल की तो पता चला कि क्रेडिट कार्ड कंपनियों द्वारा उन्हें दी गई छूट और कैशबैक थे और यही उनके आय का मूल स्रोत था।